OLA कंपनी के मालिक भावेश अग्रवाल है।
Ola Cabs के संस्थापक भावेश अग्रवाल को Ola शुरू करने का विचार एक व्यक्तिगत अनुभव से मिला था।
2008 में, जब भावेश बैंगलोर में रहते थे, उन्होंने एक बार रोड ट्रिप प्लान की थी और एक कार किराए पर ली थी। हालांकि, यात्रा के दौरान उन्हें बहुत ही खराब अनुभव हुआ। उन्हें ड्राइवर की खराब सेवा, अत्यधिक चार्ज, और बुरी हालत की गाड़ी का सामना करना पड़ा। इस अनुभव ने उन्हें भारत में कैब और कार रेंटल सर्विस की गुणवत्ता पर सोचने पर मजबूर किया।
इस घटना के बाद, भावेश ने महसूस किया कि भारत में एक भरोसेमंद और सुविधाजनक कैब सेवा की बहुत बड़ी कमी है। उन्होंने इस समस्या का समाधान ढूंढने का फैसला किया, और तब उन्हें Ola Cabs शुरू करने का विचार आया। उन्होंने अपने कॉलेज मित्र अंकित भाटी के साथ मिलकर इस विचार को वास्तविकता में बदलने के लिए काम किया।
इस तरह, एक खराब अनुभव से प्रेरित होकर, भावेश और अंकित ने 2010 में Ola Cabs की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य लोगों को एक बेहतर, सुविधाजनक और भरोसेमंद राइड-शेयरिंग सेवा प्रदान करना था।
Ola Electric का विचार भावेश अग्रवाल को भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग में बदलाव की आवश्यकता और पर्यावरणीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए आया। भारत में बढ़ते प्रदूषण, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती वैश्विक मांग ने भावेश को इस दिशा में सोचने के लिए प्रेरित किया।
भावेश ने देखा कि भारत में पारंपरिक पेट्रोल और डीजल वाहनों से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, और यह स्थिति केवल समय के साथ और खराब होती जा रही है। उन्होंने महसूस किया कि इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य उज्ज्वल है, खासकर ऐसे देश में जहां वायु प्रदूषण और ईंधन की लागत जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
Ola Electric का विचार वास्तव में एक स्थायी और हरित भविष्य की ओर बढ़ने का प्रयास है। इसका उद्देश्य है कि एक ऐसे प्लेटफ़ॉर्म का निर्माण किया जाए, जो न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे, बल्कि उन्हें बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं भी प्रदान करे। भावेश ने यह भी देखा कि इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में बहुत संभावनाएं हैं, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि भविष्य की परिवहन जरूरतों को भी पूरा करता है।
2017 में, Ola Electric की शुरुआत Ola Cabs के इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना के रूप में हुई थी, जिसमें कुछ शहरों में इलेक्ट्रिक टैक्सियों का परीक्षण किया गया। इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता और सकारात्मक प्रतिक्रिया ने भावेश को इस दिशा में बड़े पैमाने पर निवेश और विस्तार करने के लिए प्रेरित किया। 2019 में, Ola Electric को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में स्थापित किया गया, जिसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण और उन्हें सुलभ बनाना था।
Ola Electric का मुख्य फोकस इलेक्ट्रिक स्कूटर, बाइक, और अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास पर है, जिनमें से पहला प्रमुख उत्पाद Ola S1 स्कूटर है, जिसे 2021 में लॉन्च किया गया था। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की आपूर्ति करना है, बल्कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का भी विस्तार करना है, ताकि लोग आसानी से इन वाहनों का उपयोग कर सकें।
भावेश का दृष्टिकोण यह था कि एक स्थायी परिवहन प्रणाली के बिना भारत की आर्थिक और पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सकता। इसलिए, उन्होंने Ola Electric को उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा, जो न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति को गति देगा।